Tuesday 3 December 2013

बादाम बलप्रद एवं पौष्टिक है

बादाम गरम, स्निग्ध, वायु को दूर करने वाला, वीर्य को बढ़ाने वाला है। बादाम बलप्रद एवं पौष्टिक

है किंतु पित्त एवं कफ को बढ़ाने वाला, पचने में भारी तथा रक्तपित्त के विकारवालों के लिए

 अच्छा नहीं है। औषधि-प्रयोगः शरीर पुष्टिः रात्रि को 4-5 बादाम पानी में भिगोकर, सुबह छिलके

 निकालकर पीस लें फिर दूध में उबालकर, उसमें मिश्री एवं घी डालकर ठंडा होने पर पियें। इस 

प्रयोग से शरीर हृष्ट पुष्ट होता है एवं दिमाग का विकास होता है। पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए

 तथा नेत्रज्योति बढ़ाने के लिए भी यह एक उत्तम प्रयोग है। बच्चों को 2-3 बादाम दी जा सकती

हैं। इस दूध में अश्वगंधा चूर्ण भी डाला जा सकता है। बादाम का तेलः इस तेल से मालिश करने

 से त्वचा का सौंदर्य खिल उठता है व शरीर की पुष्टि भी होती है। जिन युवतियों के स्तनों के 

विकास नहीं हुआ है उन्हें रोज इस तेल से मालिश करनी चाहिए। नाक में इस तेल की 3-4 बूँदें

 डालने से मानसिक दुर्बलता दूर होकर सिरदर्द मिटता है और गर्म करके कान में 3-4 बूँदें डालने से

कान का बहरापन दूर होता है। बादाम तेल का प्रयोग रंगत में निखार लाता है और बेजान त्वचा

 को रौनक प्रदान करता है। त्वचा की खोई नमी लौटाने में भी बादाम तेल सर्वोत्तम माना गया 

है। त्वचा को नरम, मुलायम बनाने के लिए भी आप इसे लगा सकते हैं। नहाने से 2-3 घंटे पहले

 इसे लगाना आदर्श रहता है। बादाम तेल की मालिश न सिर्फ बालों के लिए अच्छी होती है,

ल्कि मस्तिष्क के विकास में भी फायदेमंद होती है। हफ्ते में एक बार बादाम तेल की मालिश

 गुणकारी है। बादाम तेल का इस्तेमाल बाहर से किया जाए या फिर इसका सेवन किया जाए, यह

 हर लिहाज से उपचारी और उपयोगी साबित होता है। हर रोज रात को 250 मिग्रा गुनगुने दूध में

5-10 मिली बादाम तेल मिलाकर सेवन करना लाभदायक होता है। हड्डियां होती हैं मजबूत बादाम

में मौजूद फॉस्फोरस हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है। इसके साथ ही इनसे जुड़ी बीमारियां

 होने का खतरा कम हो जाता है। भोजन के बाद रक्त में बढ़ने वाले शुगर के स्तर को कम करने

की शक्ति बादाम में होती है। इसके अलावा इसमें विटामिन ई भी भरपूर मात्रा में होता है, जिससे

 त्वचा संबंधी विकारों में फायदा मिलता है। बादाम के अंदर पोटेशियम होता है जो की ब्लड प्रेशर

 को सामान्य बनाए रखता है। बादाम खाना खाने के बाद शुगर और इंसुलिन का लेवल बढ़ने से 

रोकता है, जिससे मधुमेह की बीमारी से बचा जा सकता है बादाम गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत

फायदेमंद होता है। बादाम में फोलिक एसिड होता है ,इसके कारण जच्चे-बच्चे में रक्त की कमी

 नहीं होती। बादाम में मैग्निशियम,कॉपर और रिबोफ्लेविन जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो की शरीर 

की ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करते हैं। बादाम दिमाग के साथ-साथ शरीर को भी फिट रखता है।

 बादाम में मौजूद मिनरल्स विटामिंस,डायटरी फाइबर दिमाग को तरोताजा रखने के साथ-साथ

 शरीर की मेटाबॉलिज्म में भी मददगार होता है रोजाना बादाम का सेवन करने से सर्दी-जुकाम

 जैसी बीमारियों से भी बचा जा सकता है। रोजाना बादाम की 5-8 गिरी खाने से बालों को गिरने 

की समस्या भी कम होती है। दूध में कुछ बूंदे बादाम के तेल की डालकर,दसका सेवन करने से

 कफ संबंधी रोगों में कमी आती है। शरीर में संचित कफ धीरे-धीरे बाहर निकलने लगता है।
                        

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