Friday, 6 September 2013

एक जिज्ञासु जंगल से गुजर रहा था. वहां उसे चार स्त्रियां मिली



एक जिज्ञासु जंगल से गुजर रहा था. वहां उसे चार स्त्रियां मिली.
उसने पहली से पूछा - "बहन, तुम्हारा नाम क्या हैं ?"
उसने कहा- "बुद्धि."
तुम कहां रहती हो ? उत्तर मिला -"मनुष्य के दिमाग में."
फिर उसने दूसरी स्त्री से पूछा - "बहन तुम्हारा नाम क्या हैं ?"
उसने कहा- "लज्जा."
तुम कहां रहती हो ? उत्तर मिला - "आंख में."
तीसरी से पूछा -"तुम कौन हो ?"
उसन... कहा- " हिम्मत"
कहाँ रहती हो ? उत्तर मिला - "दिल में."
चौथी से पूछा - "तुम्हारा नाम क्या हैं ?
उसने कहा- "तंदुरूस्ती."
कहां रहती हो ? उत्तर मिला "सारे शरीर में."
जिज्ञासु तनिक आगे बढ़ा, तो उसे चार पुरूष मिले.
उसने पहले पुरूष से पूछा - तुम्हारा नाम क्या है ?
उसने कहा- " क्रोध."
कहां रहतें हो ? "दिमाग में."
जिज्ञासु ने पूछा - दिमाग में तो बुद्धि रहती हैं, वहां कैसे रहते हो ?
उसने कहा- जब मैं वहां रहता हुं तो बुद्धि वहां से विदा हो जाती है."
दूसरे पुरूष से पूछा - तुम्हारा नाम क्या हैं ?
उसने कहां - "लोभ."
फिर पूछा - कहां रहते हो ?
उसने कहा- " आंख में."
जिज्ञासु ने पूछा - आंख में तो लज्जा रहती हैं ? वहां कैसे रहते हो ?
उसने कहा- जब मैं आता हूं, तो लज्जा वहां से प्रस्थान कर जाती हैं.
आदमी ने तीसरें से पूछा - तुम कौन हो ?
जबाब मिला- "भय"
कहां रहते हो ? "दिल में "
जिज्ञासु ने पूछा - वहां तो हिम्मत रहती है, फिर तुम वहां कैसे रहते हो ?
उत्तर मिला - जब मैं आता हूं तो हिम्मत वहां से नौ दो ग्यारह हो जाती है.
चौथे से पूछा - तुम्हारा नाम क्या हैं ?
उसने कहां - "बीमारी."
कहाँ रहते हो ? "सारे शरीर में."
जिज्ञासु ने पूछा - शरीर में तो तंदरूस्ती रहती हैं, फिर वहां कैसे रहते हो ?
उत्तर मिला - "जब दिमाग में क्रोध, दिल में भय और आँखों में लोभ जाता है, तब तंदरुस्ती शरीर से विदा हो जाती हैं."
याद रखिये
"क्रोध बुद्धि को, लोभ लज्जा को और भय हिम्मत को हर लेता है"
और तीनों तंदरुस्ती को हर लेते हैं."

No comments:

Post a Comment