Wednesday, 19 February 2014

लड़कियां आखिर बिंदी क्यों लगाती है

लड़कियों को माथे पर बिंदी लगाए हुए आपने कई बार देखा होगा। कई बार बिंदियों को देखकर आपकी नजरें ठहर भी गई होगी, लेकिन शायद ही कभी सोचा होगा कि लड़कियां आखिर बिंदी लगाती है तो क्यों।

चालिए अब तक अगर इस रहस्य को नहीं जान पाएं हैं तो आज इस रहस्य से हम आप मिलकर पर्दा उठाते हैं। दरअसल लड़कियों के माथे पर बिंदी लगाने का शास्त्रीय मत वही है जो पुरुषों के द्वारा माथे पर चंदन और सिंदूर लगाने का कारण माना जाता है।

शास्त्रों के अनुसार कुंवारी कन्याएं नवदुर्गा का प्रतीक होती है और विवाहित लड़कियां लक्ष्मी और गौरी का स्वरुप मानी जाती है। यह दोनों देवियां चिर सुहाग का प्रतीक मानी जाती है।

इसलिए इनके प्रतीक चिन्ह के रुप में विवाहित महिलाओं द्वारा लाल बिंदी या कुमकुम की बिंदी लगाने का विधान है। माना जाता है कि इससे सौभाग्य और समृद्घि बढ़ती है। पति-पत्नी के बीच आपसी प्रेम बढ़ता है।

बिंदी ज्योतिष और विज्ञान
जबकि ज्योतिष और विज्ञान की दृष्टि से यह माना जाता है कि स्त्रियों में शुक्र और चन्द्र का प्रभाव अधिक होता है। इससे इनका मन अधिक चंचल होता है।

माथे पर जहां बिंदी लगाई जाती है वहां आज्ञा चक्र होता है। आज्ञा चक्र के संतुलित रहने से चंचलता में कमी आती है। बिंदी और कुमकुम लगाने से यह चक्र नियंत्रित होता है। इस कारण से भी लड़कियों के माथे पर बिंदी लगाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है।



लड़कियों को माथे पर बिंदी लगाए हुए आपने कई बार देखा होगा। कई बार बिंदियों को देखकर आपकी नजरें ठहर भी गई होगी, लेकिन शायद ही कभी सोचा होगा कि लड़कियां आखिर बिंदी लगाती है तो क्यों।

चालिए अब तक अगर इस रहस्य को नहीं जान पाएं हैं तो आज इस रहस्य से हम आप मिलकर पर्दा उठाते हैं। दरअसल लड़कियों के माथे पर बिंदी लगाने का शास्त्रीय मत वही है जो पुरुषों के द्वारा माथे पर चंदन और सिंदूर लगाने का कारण माना जाता है।

शास्त्रों के अनुसार कुंवारी कन्याएं नवदुर्गा का प्रतीक होती है और विवाहित लड़कियां लक्ष्मी और गौरी का स्वरुप मानी जाती है। यह दोनों देवियां चिर सुहाग का प्रतीक मानी जाती है।

इसलिए इनके प्रतीक चिन्ह के रुप में विवाहित महिलाओं द्वारा लाल बिंदी या कुमकुम की बिंदी लगाने का विधान है। माना जाता है कि इससे सौभाग्य और समृद्घि बढ़ती है। पति-पत्नी के बीच आपसी प्रेम बढ़ता है।

बिंदी ज्योतिष और विज्ञान
जबकि ज्योतिष और विज्ञान की दृष्टि से यह माना जाता है कि स्त्रियों में शुक्र और चन्द्र का प्रभाव अधिक होता है। इससे इनका मन अधिक चंचल होता है।

माथे पर जहां बिंदी लगाई जाती है वहां आज्ञा चक्र होता है। आज्ञा चक्र के संतुलित रहने से चंचलता में कमी आती है। बिंदी और कुमकुम लगाने से यह चक्र नियंत्रित होता है। इस कारण से भी लड़कियों के माथे पर बिंदी लगाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है।

#JAIMAGAYATRI

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