आश्चर्यजनक किन्तु सत्य ---- 6 साहीवाल गाय पालकर
कमाए 84,000/- महीने.........
यदि आपके पास दो एकड़ खेती है और आपके घर वाले मेहनत करके खाने में विश्वास करते हैं तो सबको रोजगार और सबका विकास गाय ही कर देगी.
साहिवाल और गीर गाय कम से कम 6 पालिए, पुरे खेत में हरा चारा बो दीजिये, यदि आपके पास 6 गाय हैं तो हमेशा 5 गाय दूध देती रहेगी क्योकि ये गाये बच्चा देने के 1 महीने पहले तक स्वाद में बढ़िया दूध देती ही रहेगी । ये गाये औसत 20 लीटर देगी क्योकि गीर ज्यादा दूध देती हैं और साइज़ में भी बड़ी होती हैं. साहिवाल का दूध तो कम ही नहीं होता है लगातार उतना ही दूध देती हैं.
यूपी में गाव में दूध 28/- रुपये लीटर हैं इस हिसाब से रोज 5 गाय x 20 लीटर दूध x 28/- लीटर x 30 दिन = 84,000/- महीने लगातर घर पर रहते हुए। शहर में तो सुद्ध 40/- रुपये किलो है और दूध हमेशा चाहिए. अगर आप इसे शहर मे बेचते है तो और अधिक लाभ होगा ।
भारत की पहली दुग्ध क्रांति को देखने के बाद अमेरिका ने भारत की सभी दुधारू नस्लों को मिटाने के लिए "सहायता साजिस" का उपयोग किया, गीर गाय और साहिवाल गायो को इम्पोर्ट कर लिया और भारत को जहरीला दूध देने वाली जर्सी और फ्रीजियन गायो का सिमेंन देने का समझौता कर दिया. परिणाम, हर गाव में देशी गायो को कटाने के लिए भिजवाया और छुट्टा घुमाते साडो को लोग ऐसे ही खा गए. इसमें कांग्रेस का बहुत बड़ी भूमिका रही.
अब मोदी गीर गाय को भारत के हर घर में भेजने के लिए विशेष कार्य शुरू किये हैं जिसका असर 2 साल बाद दिखेगा. ॥ओ३म्॥
यदि आपके पास दो एकड़ खेती है और आपके घर वाले मेहनत करके खाने में विश्वास करते हैं तो सबको रोजगार और सबका विकास गाय ही कर देगी.
साहिवाल और गीर गाय कम से कम 6 पालिए, पुरे खेत में हरा चारा बो दीजिये, यदि आपके पास 6 गाय हैं तो हमेशा 5 गाय दूध देती रहेगी क्योकि ये गाये बच्चा देने के 1 महीने पहले तक स्वाद में बढ़िया दूध देती ही रहेगी । ये गाये औसत 20 लीटर देगी क्योकि गीर ज्यादा दूध देती हैं और साइज़ में भी बड़ी होती हैं. साहिवाल का दूध तो कम ही नहीं होता है लगातार उतना ही दूध देती हैं.
यूपी में गाव में दूध 28/- रुपये लीटर हैं इस हिसाब से रोज 5 गाय x 20 लीटर दूध x 28/- लीटर x 30 दिन = 84,000/- महीने लगातर घर पर रहते हुए। शहर में तो सुद्ध 40/- रुपये किलो है और दूध हमेशा चाहिए. अगर आप इसे शहर मे बेचते है तो और अधिक लाभ होगा ।
भारत की पहली दुग्ध क्रांति को देखने के बाद अमेरिका ने भारत की सभी दुधारू नस्लों को मिटाने के लिए "सहायता साजिस" का उपयोग किया, गीर गाय और साहिवाल गायो को इम्पोर्ट कर लिया और भारत को जहरीला दूध देने वाली जर्सी और फ्रीजियन गायो का सिमेंन देने का समझौता कर दिया. परिणाम, हर गाव में देशी गायो को कटाने के लिए भिजवाया और छुट्टा घुमाते साडो को लोग ऐसे ही खा गए. इसमें कांग्रेस का बहुत बड़ी भूमिका रही.
अब मोदी गीर गाय को भारत के हर घर में भेजने के लिए विशेष कार्य शुरू किये हैं जिसका असर 2 साल बाद दिखेगा. ॥ओ३म्॥
कृपया सहिवाल गाय का फोटो लागयें
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