कलयुग में अब ना आना रे प्यारे कृष्ण कन्हैया |
तुम बलदाऊ के भाई यहाँ हैं दाउद के भैया।। |
दूध दही की जगह पेप्सी, लिम्का कोकाकोला |
चक्र सुदर्शन छोड़ के हाथों में लेना हथगोला |
काली नाग नचैया। कलयुग में अब. . .।। |
गोबर को धन कहने वाले गोबर्धन क्या जानें |
रास रचाते पुलिस पकड़ कर ले जाएगी थाने |
लेन देन करके फिर छुड़वाएगी जसुमति मैया। |
कलयुग में अब. . .।। |
नंद बाबा के पास गाय की जगह मिलेंगे कुत्ते |
औ कदंब की डार पे होंगे मधुमक्खी के छत्ते |
यमुना तट पर बसी झुग्गियों में करना ता थैया। |
कलयुग में अब. . .।। |
जीन्स और टीशर्ट डालकर डिस्को जाना होगा |
वृंदावन को छोड़ क्लबों में रास रचाना होगा |
प्यानो पर धुन रटनी होगी मुरली मधुर बजैया। |
कलयुग में अब. . .।। |
देवकी और वसुदेव बंद होंगे तिहाड़ के अंदर |
जेड श्रेणी की लिए सुरक्षा होंगे कंस सिकंदर |
तुम्हें उग्रवादी कह करके फसवा देंगे भैया |
कलयुग में अब. . .।। |
विश्व सुंदरी बनकर फ़िल्में करेंगी राधा रानी |
और गोपियाँ हो जाएँगी गोविंदा दीवानी |
छोड़के गोकुल औ' मथुरा बनना होगा बंबइया। |
कलयुग में अब. . .।। |
साड़ी नहीं द्रौपदी की अब जीन्स बढ़ानी होगी |
अर्जुन का रथ नहीं मारुति कार चलानी होगी |
ईलू-ईलू गाना होगा गीता गान गवैया। |
कलयुग में अब. . .।। |
आना ही है तो आ जाओ बाद में मत पछताना |
कंप्यूटर पर गेम खेलकर अपना दिल बहलाना |
दुर्योधन से गठबंधन कर बनना माल पचइया। |
कलयुग में अब. . .।। |
Tuesday, 1 July 2014
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