Thursday, 7 November 2013


दीपावली
 के सभी पांचों दिनों में घर में शांति बनाए रखें। किसी भी प्रकार का क्लेश, वाद-विवाद  करें। जिस घर में शांति रहती है वहां देवी लक्ष्मी हमेशा निवास करती हैं।

धन
 की कमी नहीं रहेगी- स्फटिक या कमलगट्टे की माला से कम से कम 108 बार जप करें-  ऊँ नमो धनदायै स्वाहा  श्रीं ह्रीं ऊँ महालक्ष्म्यै नम:

महालक्ष्मी
 के पूजन में दक्षिणावर्ती शंख भी रखना चाहिए। यह शंख महालक्ष्मी को अतिप्रिय है। इसकी पूजा करने पर घर में सुख-शांति का वास होता है।

यदि
 संभव हो सके तो दीपावली पर किसी गरीब व्यक्ति को काले कंबल का दान करें। ऐसा करने पर शनि और राहु-केतु के दोष शांत होंगे और कार्यों में  रही रुकावटें दूर हो जाएंगी।

कमलगट्टे
 की आहुति धन प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करती है, ऐसा प्राचीन ग्रंथ कहते हैं।

आप
 अपनी सुविधा अनुसार शुभ जगह चुन सकते है और वहां पर महालक्ष्मी मंत्र का ११००० जाप कमलगट्टे की माला से करे इसके उपरांत दशांश हवन करें।

१-
  श्री महालक्ष्म्यै नमः।
२-
  श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं  महालक्ष्म्यै नम: ...
३-
 श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं कमलवासिन्यै स्वाहा 
४-
 श्री सूक्त का पाठ करे। महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए श्री सूक्त सरल, सहज एवं तुंरत प्रभावकारी उपाय है। श्री सूक्त का पाठ जो व्यक्ति नित्य करता है उसके ऊपर महालक्ष्मी की कृपा स्थाई रूप से बनी रहती है इसमे कोई संदेह नही है।

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