Wednesday, 27 November 2013

धुरी रा धोरा री धरती, आ माटी मारवाड़ री

धुरी रा धोरा री धरती, आ माटी मारवाड़ री !!

आ माटी है मेवाड़ री , आ माटी है मारवाड़ री !!

जण माटी माते जनमिया राणा प्रताप जेरा शेर है !

आबू रो घणो उचो भाखर ने, रेतीलो जैसलमेर है !!

राजस्थान रो दर्शन कर ने दिल में वीरता डोले है !

माटी रा कण कण में भाया अटा री वीरता बोले है !!

धुरी रा धोरा री धरती, आ माटी मारवाड़ री !!

आ माटी है मेवाड़ री , आ माटी है मारवाड़ री !!

राज पूतों री गौरव गाथा जग में मशहूर है !

मारवाड़ ने मेवाड़ दोनों सगला भाई शुर वीर है !!

अण माटी री जग में बड़ी अजर अमर कहानी है !

बलिदान कबूल कियो पण हार कभी न मानी है !!

धुरी रा धोरा री धरती, आ माटी मारवाड़ री !!

आ माटी है मेवाड़ री , आ माटी है मारवाड़ री !!

मीरा पन्नाधाय री गौरव गाथा, हर घर में गाई जावे है !

नैना नैना टाबरिया ने माँ बहना हालरिया हुलरावे है!!

शुर वीरो री आ जन्म भूमि, जन माटी रो कण कण चन्दन है !

कहे कवि दिनेश्वर माली मरुभूमि रो शत शत वंदन है !!

धुरी रा धोरा री धरती, आ माटी मारवाड़ री !!

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