Monday 9 June 2014

धुरी रा धोरा री धरती, आ माटी मारवाड़ री आ माटी है मेवाड़ री , आ माटी है मारवाड़ री

धुरी रा धोरा री धरती, माटी मारवाड़ री !!
माटी है मेवाड़ री , माटी है मारवाड़ री !!
जण माटी माते जनमिया राणा प्रताप जेरा शेर है !
आबू रो घणो उचो भाखर ने, रेतीलो जैसलमेर है !!
राजस्थान रो दर्शन कर ने दिल में वीरता डोले है !
माटी रा कण कण में भाया अटा री वीरता बोले है !!
धुरी रा धोरा री धरती, माटी मारवाड़ री !!
माटी है मेवाड़ री , माटी है मारवाड़ री !!
राज पूतों री गौरव गाथा जग में मशहूर है !
मारवाड़ ने मेवाड़ दोनों सगला भाई शुर वीर है !!
अण माटी री जग में बड़ी अजर अमर कहानी है !
बलिदान कबूल कियो पण हार कभी मानी है !!
धुरी रा धोरा री धरती, माटी मारवाड़ री !!
माटी है मेवाड़ री , माटी है मारवाड़ री !!

मीरा पन्नाधाय री गौरव गाथा, हर घर में गाई जावे है !
नैना नैना टाबरिया ने माँ बहना हालरिया हुलरावे है!!
शुर वीरो री जन्म भूमि, जन माटी रो कण कण चन्दन है !
कहे कवि दिनेश्वर माली मरुभूमि रो शत शत वंदन है !!
धुरी रा धोरा री धरती, माटी मारवाड़ री !!
माटी है मेवाड़ री , माटी है मारवाड़ री !!
                                              

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