गर्मी के मौसम में दस्त, उल्टी और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याएं ज्यादा होती हैं। पसीना ज्यादा आने से कई बार थकान भी होती है। ऐसे में कमजोरी महसूस होने लगती है। गर्मी से होने वाली इन समस्याओं से बचने के लिए सही पेय पदार्थ लेना बहुत जरूरी है। शरीर में ठंडक बनी रहती है तो स्वास्थ्य ठीक रहता है और गर्मी के कारण होने वाली ये कॉमन प्रॉब्लम्स परेशान नहीं करती हैं। चलिए, आज जानते हैं गर्मी दूर भगाने वाली कुछ ऐसी ही घरेलू देसी शर्बतों के बारे में, जिन्हें पीने से शरीर को जबरदस्त ठंडक मिलेगी। साथ ही, गर्मी के कारण होने वाली हेल्थ प्रॉब्लम्स दूर रहेंगी।
नींबू पानी- नींबू पानी गर्मी के मौसम का एक देसी टॉनिक है। बॉडी में विटामिन सी की मात्रा कम हो जाए तो एनीमिया, जोड़ों का दर्द, दांतों की बीमारी, पायरिया, खांसी और दमा जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। नींबू में विटामिन सी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। इसलिए इन बीमारियों से दूरी बनाने में यह आपकी मदद करता है। पेट खराब, पेट फूलना, कब्ज, दस्त होने पर नींबू के रस में थोड़ी-सी अजवाइन, जीरा, हींग, काली मिर्च और नमक मिलाकर पीने से काफी राहत मिलती है।
तरबूज का रस- तरबूज के रस से एसिडिटी खत्म हो जाती है। तरबूज का रस पीने से लू नहीं लगती है। यह दिल के रोगों, डायबिटीज व कैंसर से शरीर की रक्षा करता है।
गर्मी में पुदीना बेहद फायदेमंद होता है। पुदीने को पीसकर उसमें स्वाद अनुसार नमक, जीरा व चीनी मिलाएं। इसे पीने से लू, बुखार, जलन, उल्टी व गैस जैसी समस्याओं में काफी लाभ होता है।
ठंडाई- गर्मी में ठंडाई शरीर के लिए बहुत लाभदायक होती है। इसे बनाने के लिए खसखस और बादाम रात को भिगो दें। सुबह इन्हें मिक्सर में पीसकर ठंडे दूध में मिलाएं व स्वादानुसार चीनी डालकर पिएं। गर्मी दूर हो जाएगी।
गन्ने का रस- गर्मी में गन्ने का रस सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है। इसमें विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं। इसे पीने से ताजगी बनी रहती है। लू से बचाव होता है। बुखार होने पर गन्ने का सेवन करने से बुखार जल्दी उतर जाता है।
एसिडिटी के कारण होने वाली जलन में भी गन्ने का रस लाभदायक होता है।
गन्ने के रस का सेवन यदि नींबू के रस के साथ किया जाए तो पीलिया जल्दी ठीक हो जाता है। गन्ने के रस में ज्यादा बर्फ मिलाकर नहीं पीना चाहिए, सिर्फ रस पीना ज्यादा फायदेमंद है।
गन्ने के रस का सेवन यदि नींबू के रस के साथ किया जाए तो पीलिया जल्दी ठीक हो जाता है। गन्ने के रस में ज्यादा बर्फ मिलाकर नहीं पीना चाहिए, सिर्फ रस पीना ज्यादा फायदेमंद है।
छाछ- गर्मी में छाछ का सेवन ठंडक देने वाला होता है। आयुर्वेद के अनुसार गर्मी में खाने के बाद छाछ पीने के अनेक फायदे हैं। छाछ में पुदीना, काला नमक और जीरा मिलाकर पीने से गैस व एसिडिटी की समस्या परेशान नहीं करती है।
खस का शर्बत- गर्मी में खस के शर्बत का सेवन बहुत ठंडक देने वाला होता है। इसका शर्बत पीने से दिमाग को ठंडक मिलती है। खस का शर्बत बनाने के लिए खस धोकर सुखा लें। उसके बाद इसे पानी में उबालेंं और स्वादानुसार चीनी मिलाएं। छानकर ठंडा कर लें। इसमें थोड़ा खाने वाला हरा रंग मिलाकर बोतल में भर लें।
सत्तू - सत्तू भुने हुए चना, जौ और गेहूं को पीसकर बनाया जाता है। बिहार में यह काफी लोकप्रिय है। सत्तू पेट की गर्मी दूर करता है। कुछ लोग इसमें चीनी मिलाकर तो कुछ नमक व मसाले मिलाकर खाते हैं।
आम पना- कच्चे आम को पानी में उबालकर इसका पल्प निकाल लें। उसमें चीनी, धनिया, पुदीना, नमक और भुना हुआ जीरा मिलाकर पिएं। गर्मी से होने वाले रोग दूर ही रहेंगे।
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