ये में हूँ गाय माँ ....बच्चों को स्कूल में मुझ पर निबंध लिखाया जाता है कि गाय हमारी माता
है .,,,मैं अक्सर इसी तरह देखी जाती हूँ किसी घर के सामने रोटी की आस करते या फिर
किसी कूड़े के ढेर पर मूह मारते ...आज मेरी कोई परवाह नही करता ...घर के सामने मुझे
दुत्कार दिया जाता है मैं सेहन कर लेती हूँ..... किसी नेता का दौरा होता है सबसे पहले हमे ही
प्लेटफोर्म और रास्तों से भगा दिया जाता है फिर भी मैं सह लेती हूँ माँ जो हूँ... गौ माता...मैं
नेताओ का तो वोट बैंक हूँ मेरे नाम पर भावनाएं भड़काकर राजनीति कि जाती है .....लेकिन
यही लोग मेरे लिए 2 रूपये भी दान नहीं कर सकते ..मेरी गौशाला में .....और ये आज के
Cool dudes yuva ..जब मैं घर के बाहर रोटी के लिए खड़ी रहती हूँ ये सिगरेट के छल्ले को
धुंए में उड़ाकर निकल जाते है देखते ही नहीं... यहीं मेरे युवा बच्चे मेरे लिए गोशाला में 50
रूपये का दान कर दे तो मेरी गर्दन क्यों कटे ..??? और कुछ लोग चाँद रूपयों के लिए मुझे
कसाई को सोंप देते है ...उन्हें अपनी मां की भी परवाह नही ...... मेरे बच्चों मेरी सेवा ना कर
सको तो कोई बात नहीं लेकिन मेरे लिए तीन काम जरूर करना आज भी घर कि पहली रोटी
पर मेरा हक़ है ....मैं उसी के लिए खड़ी रहती हूँ ताकि मेरे बच्चे मुझे रोटी देकर पुण्य पा सके
....और दूसरा मेरे लिए गौशाला में कुछ दान करो और तीसरा अपनी गाय माँ का ही दूध पिये
राक्षसी प्रजाति भैस का नहीं ताकि मेरी गर्दन ना कटे ....आज के मेरे युवा बच्चों आप पैसो
को
यूँ ही उड़ाते हो कभी तो मेरे लिए भी दान कर दो ताकि आपकी मां बच जाये .....याद रखना
बच्चों !!!!!!! जब मा रोती है तो उपरवाला भी रोता है ...मेरे बच्चों खुश रहो...इस्सी कामना के
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