खाने के साथ सलाद के रूप में प्याज का उपयोग किया जाता है। इसका सेवन गर्मियों में विशेष रूप से लाभदायक माना जाता है। प्याज के नियमित सेवन से लू नहीं लगती है। साथ ही, गर्मी से जुड़ी कई अन्य बीमारियां भी दूर रहती हैं। सैंडविच हो, सलाद या फिर चाट, प्याज सभी के स्वाद को दोगुना कर देता है। यदि आपको डर है कि प्याज खाने से मुंह से दुर्गंध आएगी तो खाने के बाद माउथ फ्रेशनर खाइए या ब्रश कर लीजिए, लेकिन प्याज जरूर खाइए।
आहार विशेषज्ञों की मानें तो यह यौन दुर्बलता को दूर करने में भी बहुत उपयोगी है। यौन शक्ति के संवर्धन एवं संरक्षण के लिए प्याज एक सस्ता एवं सुलभ विकल्प है। आइए, आज हम आपको बताते हैं प्याज के कुछ ऐसे ही उपयोग और गुणों के बारे में, जिन्हें अपनाकर आप कई समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं।
प्रति 100 ग्राम प्याज में पाए जाने वाले पोषक तत्व -
प्रोटीन 1.2 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट 11.1
विटामिन 15 मि.ग्रा.
वसा 0.1 ग्राम
कैल्शियम 46.9 मिग्रा.
विटामिन 11 मिग्रा.
खनिज 0.4 ग्राम फॉस्फोरस 50 मि.ग्रा.
कैलोरी 50 मि.कै.
फाइबर 0.6 ग्राम
लौह 0.7 मि.ग्रा.
पानी 86.6 ग्राम
कब्ज दूर करे- प्याज में मौजूद रेशे पेट के लिए बेहद फायदेमंद हैं। प्याज खाने से कब्ज दूर हो जाती है। यदि आपको कब्ज की शिकायत है तो कच्चा प्याज रोज खाना शुरू कर दीजिए।
गले की खराश मिटाए- यदि आप सर्दी, कफ या खराश से पीड़ित हैं तो ताजे प्याज का रस पीजिए। इसमें गुड़ या शहद मिलाकर पीना अधिक फायदेमंद होता है।
डायबिटीज करे कंट्रोल- रोजाना प्याज खाने से इंसुलिन पैदा होता है। यदि आप डायबिटिक हैं तो इसे खाने के साथ रोज सलाद के रूप में खाएं।
दिल से संबंधित बीमारियां खत्म करें- कच्चा प्याज ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। इसमें मिथाइल सल्फाइड और अमीनो एसिड होता है। इसीलिए यह कोलेस्ट्रॉल को भी काबू में रखता है और दिल को बीमारियों से बचाता है।
कैंसर से बचाए- प्याज में सल्फर तत्व अधिक होते हैं। यह शरीर को पेट, कोलोन, ब्रेस्ट, फेफड़े और प्रोस्टेट कैंसर से बचाता है। साथ ही, यह मूत्र संक्रमण की समस्या को भी खत्म करता है।
एनीमिया ठीक करे- रोजाना प्याज खाने से खून की कमी दूर होती है।
हरा प्याज भी है गुणों से भरपूर
- हरा प्याज खाने के कई फायदे हैं। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम बनाए रखता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। एंटी-बैक्टीरियल गुण के कारण ही इसे खाने से पाचन में भी सुधार होता है। हरे प्याज में क्रोमियम होता है।
- हरा प्याज खाने से इम्यूनिटी पावर बढ़ता है। हरा प्याज चेहरे की झुर्रियों को दूर करता है। इसे खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। हरा प्याज मैक्रोन्यूट्रिशयन को बनाए रखता है। हरे प्याज में एंटी-इन्फ्लामेटरी और एंटी- हिस्टामाइन गुण भी होते हैं। इसीलिए, यह गठिया और अस्थमा के रोगियों के लिए लाभदायक रहता है।
हिस्टीरिया का रोगी अगर बेहोश हो जाए तो उसे प्याज कूटकर सुंघाएं। इससे रोगी तुरंत होश में आ जाता है।
- बाल गिरने की समस्या से निजात पाने के लिए प्याज बहुत ही असरकारी है। बालों पर प्याज के रस की मालिश करने से बाल गिरना बंद हो जाते हैं। इसके अलावा, प्याज का लेप लगाने पर कम उम्र में सफेद हुए बाल फिर से काले होने लगते हैं।
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पेशाब होना बंद हो जाए तो दो चम्मच प्याज का रस और गेहूं का आटा लेकर हलवा बना लें। हलवा गर्म करके पेट पर लेप लगाने से पेशाब आना शुरू हो जाता है। प्याज पानी में उबालकर वह पानी पीने से भी पेशाब संबंधी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं।
- सर्दी या जुकाम होने पर प्याज खाने से राहत मिलती है। गठिया में प्याज बहुत ही फायदेमंद होता है। सरसों का तेल व प्याज का रस मिला कर मालिश करें, फायदा होगा। प्याज कई अन्य सामान्य शारीरिक समस्याओं जैसे मोतियाबिंद, सिर दर्द, कान दर्द और सांप के काटने में भी औषधि का काम करता है। प्याज का पेस्ट लगाने से फटी एड़ियों में फायदा होता है।
- सर्दी या जुकाम होने पर प्याज खाने से राहत मिलती है। गठिया में प्याज बहुत ही फायदेमंद होता है। सरसों का तेल व प्याज का रस मिला कर मालिश करें, फायदा होगा। प्याज कई अन्य सामान्य शारीरिक समस्याओं जैसे मोतियाबिंद, सिर दर्द, कान दर्द और सांप के काटने में भी औषधि का काम करता है। प्याज का पेस्ट लगाने से फटी एड़ियों में फायदा होता है।
जानें, लाल प्याज क्यों है लाभदायक
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3 चम्मच प्याज का रस और एक चम्मच शहद मिलाकर लेने से मासिक धर्म की अनियमितता व उस दौरान होने वाले दर्द से राहत मिलती है। प्याज का रस और सरसों का तेल बराबर मात्रा में मिलाकर मालिश करने से गठिया के दर्द में आराम मिलता है।
- प्याज के 3-4 चम्मच रस में घी मिलाकर पीने से शक्ति बढ़ती है। प्याज के रस में चीनी मिलाकर खाली पेट लेने से पथरी मूत्र के साथ शरीर से बाहर निकल जाती है। इसका सेवन एक दिन में एक बार ही करें। बवासीर की समस्या हो तो प्याज के 4-5 चम्मच रस में मिश्री और पानी मिलाकर नियमित रूप से लें, खून आना बंद हो जाएगा। घाव पर नीम के पत्ते का रस और प्याज का रस समान मात्रा में मिलाकर लगाने से घाव शीघ्र ही भर जाता है। प्याज के रस में दही, तुलसी का रस और नींबू का रस मिलाकर बालों में लगाएं। इससे बालों का गिरना बंद हो जाता है और रूसी की समस्या से भी निजात मिलती है।
कमजोरी दूर कर कामेच्छा बढ़ाता है
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100 ग्राम अजवाइन को सफेद प्याज के रस में भिगोकर सुखा लें। सूख जाने पर फिर यही प्रक्रिया दोहराएं। ऐसा तीन बार करें। अच्छी तरह सूख जाने पर इसका बारीक पाउडर बना लें। अब इस पाउडर को पांच ग्राम घी और पांच ग्राम चीनी के साथ सेवन करें। इस योग को इक्कीस दिन तक लेने पर शीघ्रपतन की समस्या से राहत मिलती है। एक किलो प्याज का रस, एक किलो शहद और आधा किलो चीनी मिलाकर डिब्बे में पैक कर लें। इसे पंद्रह ग्राम की मात्रा में एक माह तक नियमित सेवन करें। इस योग के प्रयोग से सेक्शुअल डिजायर में वृद्धि होती है।
- एक किलो प्याज के रस में आधा किलो उड़द की काली दाल मिलाकर पीस कर पेस्ट बना लें। इसे सुखाकर एक किलो प्याज के रस में मिलाकर फिर से पीस लें। इस पेस्ट को दस ग्राम मात्रा में लेकर भैंस के दूध में पकाएं और चीनी
डाल कर पी जाएं। इस योग का सेवन तीस दिन तक नियमित सुबह-शाम सेवन करने से कमजोरी दूर होती है और कामेच्छा में वृद्धि होती है।
प्याज के रस को सरसों के तेल में मिलाकर जोड़ों पर मालिश करने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है। माना जाता है कि इस नुस्खे को दो महीनों तक लगातार आजमाया जाए तो बहुत फायदा होता है। प्याज के रस और नमक का मिश्रण मसूड़ों में लगाने से काफी फायदा होता है। प्याज के बीजों को सिरका में पीसकर दाद-खाज और खुजली में लगाने पर शीघ्र आराम मिलता है।
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वीर्यवृद्धि के लिए सफेद प्याज के रस के साथ शहद लेने पर फायदा होता है। सफेद प्याज का रस, शहद, अदरक का रस और घी का मिश्रण 21 दिनों तक लगातार लेने से नपुंसकता दूर हो जाती है। कफ हो जाने पर प्याज के रस में मिश्री मिलाकर चाटने से फायदा मिलता है। प्याज को पीसकर गुड़ मिलाकर खाने से वीर्य वृद्धि होती है।
- आधा चम्मच सफेद प्याज का रस, आधा चम्मच शहद और आधा चम्मच मिश्री के चूर्ण को मिलाकर सुबह और शाम सेवन करें।
- आधा चम्मच सफेद प्याज का रस, आधा चम्मच शहद और आधा चम्मच मिश्री के चूर्ण को मिलाकर सुबह और शाम सेवन करें।
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एक चम्मच सफेद प्याज के रस में एक चम्मच अदरक का रस मिलाएं। इस मिश्रण में पांच ग्राम घी और पांच ग्राम शहद मिलाकर रोजाना सुबह नियम से एक माह तक सेवन करें। कमजोरी की समस्या दूर हो जाएगी।
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100 ग्राम अजवाइन को सफेद प्याज के रस में भिगोकर सूखा लें। सूखने के बाद उसे फिर से प्याज के रस में गीला करके सूखा लें। इस तरह से तीन बार करें। उसके बाद अजवाइन को पीसकर किसी बोतल में भर लें। आधा चम्मच चूर्ण को एक चम्मच पिसी हुई मिश्री के साथ मिलाकर खाएं।
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