Thursday, 8 May 2014

शिव भक्ति के किसी भी दिन ये 4 शिव पूजा उपाय चमका देंगे किस्मत

      शिव भक्ति के किसी भी दिन ये 4 शिव पूजा उपाय चमका देंगे किस्मत

धार्मिक मान्यताओं में रात्रि यानी अंधकार का वक्त बुरी शक्तियों या भावनाओं के हावी होने का काल भी होता है, जो प्रतीक रूप में भूत, पिशाच, डाकिनी या शाकीनी के रूप में भी प्रसिद्ध है। इन बुरी ताकतों पर भगवान शिव का नियंत्रण माना गया है, जिससे वह भूतभावन महाकाल और महादेव भी पुकारे जाते हैं।
 
दरअसल, प्रतीकात्मक तौर पर संकेत है कि बुराइयों, दोष या विकारों के कारण जीवन में दु:, दरिद्रता और संताप रूपी अंधकार से बचना है, तो शिव भक्ति के रूप में अच्छाई के रक्षा कवच को पहनकर जीवन को सुखी और सफल बनाएं। इसके लिए शास्त्रों में शाम के वक्त विशेष तौर पर शिव भक्ति के दिन जैसे सोमवार, प्रदोष तिथि, चतुर्दशी तिथि, अमावस्या या हर रोज भी शिव देवी लक्ष्मी के भ्रमण का वक्त माने गए प्रदोष काल यानी शाम को भी शिव का ध्यान घर-परिवार की संकटों से रक्षा करने खुशहाल करने वाला माना गया है। 

                       
                            शिव भक्ति के किसी भी दिन ये 4 शिव पूजा उपाय चमका देंगे किस्मत

शाम को शिव की पंचोपचार पूजा गंध, अक्षत, आंकड़े के फूल, बिल्वपत्र धतूरा चढ़ाकर कर करें। 

- शिव पूजा के बाद यथाशक्ति मौसमी फल जैसे केले या गाय के दूध से बनी मिठाई का भोग समर्पित कर धूप घी का दीप लगाएं। बाद शिव के इस मंत्र का अशुभ या अनिष्ट से रक्षा की कामना के साथ स्मरण करें

शंकराय नमस्तुभ्यं नमस्ते करवीरक।
त्र्यम्बकाय नमस्तुभ्यं महेश्वरमत: परम्।।
नमस्तेस्तु महादेव स्थावणे तत: परम्।
नम: पशुपते नाथ नमस्ते शम्भवे नम:।।
नमस्ते परमानन्द नम: सोमर्धधारिणे।
नमो भीमाय चोग्राय त्वामहं शरणं गत:।। 

- शिव पूजा, मंत्र स्मरण के बाद आरती करें। आरती के बाद संकटमोचन की प्रार्थना करें प्रसाद ग्रहण करें।

हिन्दू धार्मिक मान्यता है कि शिव भक्ति से देवी लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। शिव को चढ़ाए जाने वाले बिल्वपत्र के वृक्ष में लक्ष्मी का वास होने या लक्ष्मीपति भगवान विष्णु के शिव भक्ति में कमल (कमल पर बैठने से देवी लक्ष्मी भी कमला पुकारी जाती हैं) चढ़ाने के पौराणिक प्रसंग शिव पूजा से पैसा सौभाग्य की चाहत पूरी होने की अहमियत उजागर करते हैं।

इन इच्छाओं को पूरा करने के लिए शिव उपासना का यह सरल उपाय भी शास्त्रों में बताया गया है। यह शिव उपासना के खास दिन सोमवार पर करना पैसों की कमी और दरिद्रता को दूर करने में असरदार होता है। जानिए कैसे करें यह उपाय

- सुबह स्नान कर शिवलिंग पर गंगाजल की धारा अर्पित कर गंध या सफेद चंदन लगाएं।

- बाद धन लाभ की कामना से खासतौर पर शिवलिंग पर अक्षत यानी चावल चढ़ाएं। ये अखण्डित यानी पूरे चावल होना चाहिए।

- शिवलिंग या शिव प्रतिमा पर पहले वस्त्र चढ़ाकर उस पर नीचे लिखा वैदिक मंत्र बोल पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ चावल समर्पित करें

नम: शम्भवाय चमयोभवाय
नम: शंकराय चमयस्कराय
नम: शिवाय चशिवतराय ।।

- इसके बाद शिव पर गंध, कमल का फूल, शिव को प्रिय धतूरा, नारियल और बिल्वपत्र चढ़ाएं। नैवेद्य लगाकर शिव आरती करें और सुख-संपत्ति की प्रार्थना करें।

                                    शिव भक्ति के किसी भी दिन ये 4 शिव पूजा उपाय चमका देंगे किस्मत

शिव का एक नाम है- मनकामनेश्वर यानी शिव ऐसे देवता हैं, जिनकी भक्ति और उपासना मन की सारी इच्छाओं को पूरा करती है। यही नहीं, यह कामनाओं को वश में रख दोष और विकारों से मुक्त रखने वाली भी मानी गई है।

शास्त्रों के मुताबिक शिव कई स्वरूपों में सृष्टि, रचना और पालन को नियंत्रित करते हैं। शिव के इन स्वरूपों में ही पूजनीय है - एकादश रूद्र, जिनका स्मरण सभी सांसारिक आध्यात्मिक कामनाओं को पूरा करने वाला माना गया है। 

शिव भक्ति के विशेष दिनों या तिथियों में शिव के इन 11 स्वरूपों का विशेष और सरल मंत्रों से स्मरण मात्र चमत्कारी माना गया है, क्योंकि यह मुश्किल और अशुभ घड़ी से छुटकारा देने वाले होते हैं। जानिए शिव के एकादश रूद्र के ये सरल नाम मंत्र

- सोमवार या शिव तिथि पर शिवलिंग की पंचोपचार पूजा (गंध, अक्षत, धूप, दीप, नैवेद्य) में विशेष तौर पर सफेद फूल चढ़ाकर मन ही मन या रुद्राक्ष माला से कुश आसन पर बैठ इन मंत्रों का जप करना मंगलकारी मनोरथ सिद्धि करने वाला होता है

अघोराय नम:
पशुपतये नम:
शर्वाय नम:
विरूपाक्षाय नम
विश्वरूपिणे नम:
त्र्यम्बकाय नम:
कपर्दिने नम:
भैरवाय नम:
शूलपाणये नम:
ईशानाय नम:
महेश्वराय नम

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