कर भला सो हो भला’ शास्त्रों में ऐसी ही भावनाओं को जीवन में अपनाने के लिए परोपकार, भलाई, सेवा व सहायता को हर इंसान के लिए जरूरी बताया गया है। ऐसी भावनाएं ही सुखी, शांत और स्वस्थ जीवन जीना आसान बनाती है।
ईश्वर भक्ति भी सेवा व सुख की ऐसी इच्छाओं को पूरा करने का सरल रास्ता माना गया है। यही कारण है कि शास्त्रों में देव पूजा-उपासना में तरह-तरह के विधि-विधानों के अलावा कुछ ऐसे मंत्रों का स्मरण इष्ट या हर देवी-देवता की पूजा में करना बहुत ही शुभ माना गया है, जो स्वयं के साथ दूसरों के जीवन में भी खुशहाली की कामना को पूरा करने वाले माने गए हैं।
जानिए,ऐसा ही एक सुख, स्वास्थ्य, धनदायक व दु:खनाशक मंत्र विशेष-
सर्वेभन्तुसुखिन:सर्वेसंतुनिरामया:।
सर्वेभद्राणिपश्यंतुमाकश्चिद्दु:खभाग्भवेत्।।
सरल अर्थ है- सभी सुखी हों, स्वस्थ हों, शुभ व मंगल को देखें और कोई भी दु:ख का सामना न करें।
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